अप्रैल के पहले सप्ताह में दौड़ेंगी शहर में पांच सिटी बस
शहर में मार्च माह के आखिरी सप्ताह या अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में सीएनजी युक्त सिटी बस दौड़ती नजर आएंगी। सिटी बसों का किराया ऑटो से पांच रुपये कम यानि 10 रुपये वसूला जाएगा। सोमवार को मेयर मनमोहन गोयल की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में एलओ ब्रांच ने एजेंसी फाइनल कर यह दावा किया। सिटी बस सेवा से न केवल सिटीजन को राहत मिलेगी, बल्कि नगर निगम को प्रति माह 11 हजार रुपये की आमदनी भी होगी। हालांकि निगम की ओर शर्त लगाई गई है कि बस में कोई भी पास या स्टाफ मान्य नहीं होगा।
सीधे पब्लिक द्वारा चुने गए मेयर मनमोहन गोयल ने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद कहा था कि शहर में सिटी बस सेवा चालू करना उनका सपना है। गोयल ने इसके लिए लगातार प्रयास किया। छह माह पहले हाउस में प्रस्ताव पास कराया गया। फरवरी माह में टेंडर कॉल किए गए, क्योंकि निगम के पास ज्यादा फंड नहीं है। ऐसे में किसी एजेंसी को ठेका देकर बस चलवाने का निर्णय लिया गया। निगम की एलओ ब्रांच द्वारा खोले गए टेंडर में तीन एजेंसी ने हिस्सा लिया, जिसमें हर एजेंसी ने निगम को 10 हजार रुपये प्रति माह किराया देने का निर्णय लिया। मामले में पेंच फंसने पर सोमवार को डाक्टर राजपाल देसवाल की एजेंसी ने एक हजार ज्यादा किराया देने का निर्णय लिया। इसके बाद एजेंसी को निगम ने बस चलाने का परमिट दे दिया। एजेंसी को निगम की तरफ से ऑन रिकार्ड तीन माह के अंदर बस सेवा शुरू करने के लिए कहा है। हालांकि बस संचालक ने मार्च माह के आखिरी या अप्रैल माह के पहले सप्ताह में बस चलाने का भरोसा जताया है।
शहर में 10 हजार वैध-अवैध ऑटो
शहर में करीब 10 हजार वैध व अवैध ऑटो चल रहे हैं। ऑटो चालक शहर में एक किलोमीटर की दूरी का भी 15 रुपये प्रति सवारी किराया वसूल करते हैं। जबकि रात को किराया 20 रुपये तक पहुंच जाता है। निगम की तरफ से सीएनसी युक्त बसों में किराया 10 रुपये तय किया गया है।
पांच रूट पर पहले तीन माह एक-एक, फिर चलाई जाएंगी चार-चार बसें
निगम द्वारा तय शर्त के तहत शहर में पांच रूट तय किए गए हैं। इन पर ट्रायल के तौर पर पहले तीन माह एक-एक बस चलेगी। प्रोजेक्ट कामयाब रहा तो हर रूट पर चार बस चलाई जाएंगी।